लखनऊ, 27 जुलाई 2021 (आईपीएन)। वूमेन टीचर्स एसोसिएशन आफ उत्तर प्रदेश (उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ) ने उत्तर प्रदेश सरकार से प्रदेश भर की समस्त सेवारत महिला शिक्षकों एवं अन्य महिला कर्मियों को पीरियड की समस्या पर माह में 3 दिन का पीरियड लीव देने की मांग की है। संघ ने इस संदर्भ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन प्रेषित किया है।
संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना मौर्य के मुताबिक, उनके नेतृत्व में रविवार सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक ट्विटर पर पीरियड लीव के अंतर्गत महाअभियान चलाया गया, जिसमें प्रदेशभर की महिला शिक्षिकाओं और महिला कर्मियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। 3 घंटे में पौने दो लाख से अधिक लोगो ने ट्वीट कर अपनी मांग को मुख्यमंत्री तक पंहुचाया।
एसोशिएशन की अध्यक्ष सुलोचना मोर्या व महामंत्री अनुष्का ने आईपीएन से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री इस समय प्राथमिकता के साथ महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में मिशन शक्ति के संबंध में पुरजोर कार्य कर रहे हैं। पीरियड लिव के ट्विटर अभियान पर मिले लाखों की संख्या में समर्थन से सर्व भौमिक स्पष्ट होता है कि यह यथोचित मांग है। हम सभी पूर्ण आश्वस्त हैं कि महिला कर्मियों के लिए मुख्यमंत्री माह में 3 दिन के पीरियड लीव के संदर्भ में जरूर घोषणा करेंगे। जैसा कि सर्वविदित है कि भारत की अंदर दर्जन भर कई प्राइवेट कंपनियां महिलाओं को पीरियड लिव देती हैं जैसे-जोमैटो, इसके अलावा बिहार राज्य में आज से 30 साल पहले, 1992 से यह लीव वहां के समस्त महिला कर्मियों एवं शिक्षिकाओं को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पीरियड लिव एक प्राकृतिक समस्या है जिसमे महिलाओं शिक्षिकाओं को एवं अन्य कर्मियों को काफी दूर तक घंटो यात्रा भी करनी पड़ती है। ऐसे में उनका स्वास्थ प्रभावित होता है। इन दिनों में डॉक्टरी सलाह है कि ऐसे में आराम करना चाहिए।
सुलोचना ने कहा कि उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ की कार्यकारिणी मुख्यमंत्री से मांग करती है कि प्रदेश के समस्त महिला कर्मियों को माह में 3 दिन का पीरियड लिव देने के लिए शासनादेश जारी करें।
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