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AKTU : एससी-एसटी छात्र बनेंगे आईओटी के विशेषज्ञ


लखनऊ, 22 अगस्त 2023 (आईपीएन)। डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में मंगलवार को एससी एसटी के बीटेक छात्रों के लिए आईओटी पर आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। सीडेक, सीएससी और आईईई के साथ मिलकर विश्वविद्यालय का टेªनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग कार्यशाला में छात्रों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स में प्रशिक्षित कर रहा है। जिससे ये छात्र आगे इंडस्ट्री के मुताबिक खुद तैयार हो सकें। पहले दिन दो सत्रों में आईओटी के विभिन्न पक्षों की जानकारी दी गयी।
कुलपति प्रो0 जेपी पांडेय के निर्देशन में कार्यशाला के शुभारंभ के मौके पर डीन ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट प्रो0 अरूणिमा वर्मा ने कहा कि एससी-एसटी छात्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। इन छात्रों को बस अवसर देने की जरूरत है। इसी को देखते हुए यह विशेष पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इसमें छात्रों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स के बारे में जानने और सीखने का मौका मिलेगा। जो भविष्य में उनके लिए काफी फायदेमंद होगा। वहीं सीडेक के ज्वॉइंट डायरेक्टर श्रीकृष्णा ने कहा कि तकनीकी के क्षेत्र में इंटरनेट ऑफ थिंग्स नई उभरती तकनीक है। जिसका भविष्य में काफी काम होगा। कहा कि इस कार्यशाला का मकसद है छात्रों को उद्योगों के अनुसार तैयार करना। जिससे कि वो पहले से इन सब तकनीक को सीख जाएं। कार्यशाला में छात्रों को विशेषज्ञ प्रैक्टिकल तो कराएंगे ही साथ में प्रोजेक्ट भी देंगे। 
सहायक कुलसचिव डॉ0 आयुष श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसे कार्यशालाओं का उदेश्य तकनीक सीखकर समाज की समस्याओं का समाधान करना है। इससे छात्र काफी लाभान्वित होंगे। वहीं पहले दिन दोनों सत्रों में विशेषज्ञ के तौर पर सीडेक के प्रोजेक्ट इंजीनियर सुर्यांश धाकरे और शेख आसिफ ने छात्रों को आईओटी के बुनियादी जानकारी के साथ केस स्टडीज के बारे में बताया। कार्यशाला में छात्रों को करीब आठ हजार रूपये की टेªनिंग किट भी प्रैक्टिकल के लिए दी गयी है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ आरसीएस चौहान ने किया। जबकि संयोजन प्रतिभा शुक्ला ने किया। इस मौके पर शिशिर द्विवेदी, हरीश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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